कोई मरा हुआ इंसान या जीव कभी भी पानी में क्यों नहीं डूबता, क्या आप जानतें हैं कि इसके पीछे का रहस्य क्या होता है आज हम ऐसे कई सारे वैज्ञानिक रहस्य से पर्दा उठाते हैं
हमारे प्रिय बन्धुओं आप अपने दैनिक जीवन में ऐसे कई सारी रहस्य भरी घटनाएं देखतें हैं जो चौंकाने वाले होतें हैं।लेकिन क्या आपको पता है कि उसके पीछे आखिर वजह क्या होती है आज हम आपको उन्ही में से कुछ ऐसे तथ्य भी बताएँगे और उसके पीछे का कारण भी बताएँगे तो आइये जानतें हैं
प्रतीकात्मक तस्वीर |
1. मरा हुआ इंसान या जीव कभी भी पानी में क्यों नहीं डूबता
आपको पता है कि अगर कोई इंसान या जीव तैरना नहीं जनता तो वह पानी में डूब जाता है लेकिन वही इंसान जब डूब के मर जाता जाता है तो अपने आप तैरने लगता है ,आश्चर्य वाली बात है ना। अब इसकी पीछे का वैज्ञानिक रहस्य आपको बतातें हैं कि, पानी में तभी कोई चीज़ डूबता है जब उस वस्तु का घनत्व (Density) पानी के घनत्व से ज्यादा होता है। ठीक उसी तरह जब कोई इंसान जिन्दा रहता है तो उसके शरीर का घनत्व पानी के घनत्व से ज्यादा होता है इसलिए वह डूबने लगता है और जब वह मृतक शरीर में परिवर्तित हो जाता है तो उसके शरीर में बहुत सारा पानी भर जाता है जिससे कारण शरीर में बहुत सारे कीटाणु (Bacteria) पनपने लगतें हैं और शरीर में गैस बनाने लगते हैं जिसकी वजह से पानी का घनत्व उस मृतक शरीर के घनत्व से ज्यादा हो जाता है जिससे वह अपने आप पानी में तैरने लगता है।
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2. डीजल इन्जन (Diesel Engine) का जिसने आविष्कार किया उसने खुद आत्महत्या क्यों की
शायद आपको पता होगा की डीजल इन्जन (Diesel Engine) का आविष्कार रुडोल्फ डीजल (Rudolf Diesel) ने किया था। पहले लोग अपने हाथी, घोड़े और अन्य जानवरों पर बैठकर इधर-उधर जाया करते थे। क्योंकि गाड़ियों का इतना चलन नहीं था। वाहनों में भाप या अन्य इंधन के इंजन इतनी स्पीड नहीं दे पाते थे। लेकिन रुडोल्फ डीजल ने इसको बदल दिया। डीजल इंजन का अविष्कार करके उन्होंने गाड़ियों और ट्रांसपोर्ट को नई रफ्तार दी। लेकिन अफसोस की बात 29 सितम्बर 1913 में रुडोल्फ डीजल ने यह सोचकर आत्महत्या कर लिया कि उन्होंने जो डीजल इन्जन बनाया है वह किसी काम का नहीं है बेकार है , उन्होंने हार मान लिया और सुसाइड कर लिया। लेकिन आज देखिये वही रुडोल्फ डीजल का बनाया हुआ इंजन आज लगभग 60% गाड़ियों में इस्तेमाल हो रहा है।
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3. गूगल (Google) इतनी बड़ी का नाम गलती से कैसे गूगल पड़ गया
आपको सुनके आश्चर्य होगा की जब भी हमें कुछ जानना होता है तो हम गूगल (Google) सर्च इंजन का इस्तेमाल करतें है , लेकिन गूगल (Google) जैसी इतनी बड़ी कम्पनी जिसको पूरी दुनिया का बच्चा-बच्चा जनता उसका नाम गलती से कैसे गूगल रख दिया गया। जी हाँ दरअसल बात ये है की गूगल के संस्थापक इसका नाम “गूगोल (Googol)” रखना चाहते थे लेकिन स्पेलिंग की मिस्टेक की वजह से यह Googol की जगह Google टाइप हो हो गया जिसके कारण इसका नाम गलती से गूगल (Google) पड़ गया। क्या आपको अभी तक ये जानकारी पता थी।
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4. सोने (Gold) में कभी जंग(corrosion)क्यों नहीं लगता
क्या आपको पता है कि, लोहे , तांबे ,चांदी की अपेक्षा सोने में जंग क्यों नहीं लगता तो आइये जानते हैं। आपने देखा होगा की जंग लगने के बाद लोहा भूरे रंग का हो जाता है , ताम्बा हरे रंग का हो जाता है और चांदी काले रंग की हो जाती है और ये सब ऑक्सीजन और नमी के रिएक्शन के कारण होता है जबकि सोना एक ऐसा धातु है जिसके ऊपर ऑक्सीजन और नमी का कोई रिएक्शन नहीं होता जिसकी वजह से इसमें कभी भी बदलाव नहीं होता है। क्या ये बात आपको पहले पता थी कमेंट में जरूर बताइयेगा।
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