Human Rights (मानवाधिकार) : आज हम आपको मानवाधिकार आयोग से जुड़ी कुछ जानकारी के बारे में बताएंगे जैसे मानव अधिकार क्या है, यह क्या क्या काम करती है, और यह किस लिए बनी है, आप इसका उपयोग कब और कैसे कर सकतें हैं, यह सब जानकारी आज हम इस लेख के माध्यम से आप तक पहुंचाएंगे कृपया इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पूरी जानकारी को समझें तथा इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करें ताकि उन सब को अपने अधिकारों के बारे में पता चले उनको किसी बात की समस्या ना हो तो आइए जानते हैं।
प्रतीकात्मक तस्वीर |
मानवाधिकार क्या है? (What is Human Rights)
एक ऐसा अधिकार जो व्यक्ति के सर्वांगीण विकास यानी संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक हो उसे मानव अधिकार कहा जाता है। मानव अधिकार के बिना कोई भी व्यक्ति अपना एक कदम भी आगे बढ़ा नहीं सकता या ऐसा कह सकते हैं कि वह व्यक्ति सांस तक नहीं ले सकता। संयुक्त राष्ट्र के द्वारा यह कहा गया कि मानव अधिकार के नाम पर किसी भी व्यक्ति के साथ उसके धर्म, उसकी जाति, उसके लिंग, उसकी राष्ट्रीयता, उसकी भाषा या किसी अन्य आधार पर उसके साथ किसी भी प्रकर का भेदभाव नहीं किया जा सकता है। अर्थात यह एक ऐसा अधिकार है जिसके तहत आप किसी भी जाति धर्म के लोगों से भेदभाव नहीं कर सकते हैं। और यह हर साल 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा मानवाधिकारों में कुछ अधिकारों को शामिल किया गया है इसमें एक साथ जीने का अधिकार, सबके साथ एक समानता का अधिकार, पूर्ण स्स्वतंत्रता से रहने का अधिकार, किसी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार, रोजगार का अधिकार और शिक्षा का अधिकार इत्यादि ऐसे कई अधिकार हैं जो मानव अधिकारों में सम्मिलित किए जाते हैं। पूरे विश्व में ऐसे बहुत से लोग हैं जिनको मानव अधिकार के बारे में कुछ भी पता नहीं है। जबकि हम सबको अपने अधिकारों के बारे में जानना बहुत जरूरी है ताकि किसी भी मुसीबत के समय में जब कहीं से हल ना निकले तो अपने अधिकार को पाने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का सहारा ले सकते हैं।
यह भी पढ़ें – PM Kisan Yojana : इस दिन आएगी पीएम किसान सम्मान्निधि योजना की 10वीं क़िस्त, इस तरह चेक करें अपने क़िस्त की स्टेटस
मानवाधिकार का संरक्षक कौन होता है?
तमाम लोगों को इस बात का पता ही नहीं रहता कि मानवाधिकार का संरक्षक या अध्यक्ष कौन होता है। जिसके कारण वह अपनी किसी परेशानी को लेकर उस जगह पहुंच ही नहीं पाते जहां से उनकी समस्या हल हो जाए। तो आपको जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रीय मानवाधिकार का संरक्षण या अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट (उच्चतम न्यायलय) का मुख्य न्यायाधीश होता है। और उसमें 4 सदस्य भी होते हैं जिनमें से दो हाईकोर्ट (उच्च न्यायलय) के मेंबर और दो ऐसे व्यक्ति शामिल होते हैं जिन्हें मानवाधिकार के बारे में पूरी तरह जानकारी है। इस तरह इनके टीम में 5 लोग होते हैं। और इन सब लोगों की नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा होती है। राज्यपाल के अलावा इनको कोई उनके पद से हटा नहीं सकता है।
किन-किन समस्याओं का निदान मानवाधिकार आयोग द्वारा किया जाता है?
- अगर आप किन्ही कारणों से जेल के अंदर हैं और आपके मानव अधिकारों का हरण होता है तो आप इस समस्या को लेकर मानवाधिकार आयोग में अपना केस दर्ज करा सकते हैं।
- अगर आपको किसी सरकारी योजना का लाभ लेने में परेशानी आ रही है बार बार चक्कर काटने पड़ रहे हैं अधिकारी आपको परेशान कर रहे हैं उस केस में भी आप मानवाधिकार आयोग में अपना केस दर्ज करा सकते हैं।
- अगर आपके साथ कोई घटना घटी है कोई गंभीर परेशानी है और आप पुलिस स्टेशन में अपनी केस दर्ज कराने जाते हैं लेकिन पुलिस के द्वारा आपका कोई केस दर्ज नहीं किया जाता उस स्थिति में आप मानवाधिकार आयोग में अपनी रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं।
- सामाजिक बहिष्कार अगर कहीं पर पंचायत द्वारा या कुछ लोगों द्वारा ऊंची नीची जाति का भेदभाव करते हुए किसी व्यक्ति को समाज से बाहर निकाला जा रहा है तो उस स्थिति में आप मानवाधिकार आयोग में अपनी केस दर्ज करा सकते हैं।
- रास्ते में रुकावट पैदा करना अगर आप किसी स्थान पर 10 या 15 साल से रह रहे हैं और उसी रास्ते का इस्तेमाल करें जिससे आप का आना जाना रोज लगा रहता है किसी कारणवश अगर किसी निभा रास्ता रोकने की कोशिश की कर रहा है और आप इस समस्या को अपनी पुलिस स्टेशन हमें बताते हैं और वहां से कोई कार्यवाही नहीं होती तो इस समस्या का हल निकालने के लिए आप मानवाधिकार आयोग ने अपनी रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं।
- यौन शोषण के मामले में भी अगर किसी महिला या किसी व्यक्ति के साथ जबरदस्ती की जा रही है और उसके शरीर के साथ गलत तरह से व्यवहार किया जा रहा है लेकिन आपको कहीं से भी कोई हल नहीं मिल रहा है तो इस स्थिति में आप मानवाधिकार आयोग से मदद के लिए अकील कर सकते हैं।
इस अधिकार के तहत आप अनेक प्रकार की परेशानियों से निदान पा सकते हैं यह मान लीजिए कि अगर आपके अधिकारों में से जो आपका हक है अगर वह हक आपको नहीं मिल रहा है आपको उससे वंचित किया जा रहा है आपको परेशान किया जा रहा है आपका शोषण हो रहा है तो आप इन सब समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में मदद के लिए गुहार लगा सकते हैं।
यह भी पढ़ें – Video Calling : सावधान- अगर कर रहें हैं वीडियो कॉल पर बात तो, हो सकतें हैं इनका शिकार –